सिरका क्या होता है इसके फायदे और औषधीय उपयोग|
सिरका भारतीय समाज में बहुत प्रचलित है बल्कि यह भारत में ही नहीं यूरोपीय एवं एशियाई देशों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है| यह भोजन का एक मुख्य भाग है |
सिरका क्या होता है?
सिरका भोजन का मुख्य भाग है| इसका इस्तेमाल भारत में ही नहीं दुनिया के कई और देशों में किया जाता है| शहरों में आपको देखने को कब मिलेगा लेकिन देहात और गांव में इसका प्रचलन काफी है यह काफी घरों में इस्तेमाल किया जाता है| अब तो लोग सिरके का इस्तेमाल वजन को भी कम करने के लिए कर रहे हैं क्योंकि सिर का वजन को कम करने में काफी सहायक होता है| भारत की पुरानी ग्रंथ ऋग्वेद में भी सिरका का उल्लेख पाया जाता है| होली बाइबल में भी इसका जिक्र आया है 16 वीं शताब्दी में फ्रांस में भी इसका उत्पादन होता था और अन्य कई देशों में भी इसका सप्लाई होता था| मतलब निर्यात किया जाता था|
सिरका बनाने का प्रमुख घटक है शर्करा, क्योंकि शर्करा ही एंजाइमों से Ferment होकर शराब बनती है बाद में फिर उसको उपयोगी बनाकर जीवाणुओं से एसिटिक अम्ल में Ferment होती है| अतः जिन फलों में शर्करा होती है उन्हीं फलों का बनाया जाता है| सिरका बनाने के लिए हम कई फलों का इस्तेमाल करते हैं जैसे- अंगूर जामुन संतरा सेब अनन्नास गन्ना इत्यादि|
सिरका कैसे बनाएं? सिरका बनाने की विधि |
सिरका बनाने के लिए भारत में दो विधियां प्रचलित है| पहले विधि मैं ज्यादातर घरेलू उपयोग के लिए बनाया जाता है, लेकिन दूसरी विधि में ज्यादातर बिजनेस परपस से बनाया जाता है लेकिन हम यहां आपको दोनों विधि बताने वाले हैं आइए जानते हैं|
सिरका बनाने की पहली विधि
सिरका बनाने की पहली विधि खासतौर से घर में इस्तेमाल करने के लिए उपयोग में लाया जाता है|इस विधि में सिरका धीमी गति से बनाया जाता है|इस विधि में हम जिस फल का इस्तेमाल सिरका बनाने के लिए करते हैं उसके खमीर पदार्थ को जिसमें लगभग 5 से 10 पर्सेंट तक अल्कोहल होता है| उसे बड़े बर्तन में डाल लेते हैं,इस बर्तन को पूरा नहीं भरा जाता है बल्कि एक चौथाई ही भरा जाता है| जिससे कि हवा सिरके में आता जाता रहे| इसमें थोड़ा सा सिरका डाल दिया जाता है | क्योंकि सिरके में ऐसी थी एसिटिक अम्ल के जीवाणु पाए जाते हैं,इसके बाद Fermentation धीरे धीरे शुरू हो जाता है और सिरके के लिए 30/ 35 डिग्री तापमान काफी होता है|
सिरका बनाने की दूसरी विधि
दूसरी विधि में सिरका काफी तेजी से बनाया जाता है| इस विधि को ज्यादातर बिजनेस के परपस से उपयोग में लाया जाता है| इस विधि में बड़े-बड़े पीपर लकड़ी के बुरादे कोयला लोहे इत्यादि से भर देते हैं ताकि जीवाणुओं को बल और हवा का संपर्क बना रहे| इसके बाद एसिटिक और अल्कोहल जीवाणु ऊपर
से धीरे-धीरे डालते हैं ताकि उसमें फर्मेंटेशन तेजी से बने यह कार्य तब तक चलता रहता है जब तक तेज गंध वाला सिरका प्राप्त ना हो जाता हो|
सिरके का औषधीय उपयोग
सिरका भारत में औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है| सिरका भारत के हर ग्रामीण परिवार में आपको देखने को मिल जाता है क्योंकि सिरका काफी फायदेमंद होता है खासतौर से पेट के बीमारी के लिए| सिरके का इस्तेमाल पेट के गैस अफारा
खट्टी डकार पाचन संबंधी सभी रोगों में सिरका काफी लाभदायक होता है इसका गुणकारी अब काफी लोगों को फायदा पहुंचाता है|
सिर का बाल झड़ने को रोकने में भी काफी सहायक होता है| अगर आपके बाल झड़ रहे हो या गंजापन बढ़ रहा हो तो बालों की जड़ों में सिरके की मालिश करें इससे आपको जरूर फायदा मिलेगा|