दहेज प्रथा क्या है: दहेज प्रथा को रोकने का उपाय
दहेज प्रथा भारत में एक बहुत बड़ी समस्या है जिससे छोटे बड़े सब लोग जूझ रहे हैं यह एक ऐसी प्रथा है जो सिर्फ भारत में ही प्रचलित है और दुनिया के किसी भी कोने में दहेज प्रथा जैसी कोई रिवाज नहीं है सिवाय हमारे भारत के यह प्रथा क्यों प्रचलित है भारत में हम आपको बताते हैं दुनिया के किसी भी विकसित देश में दहेज प्रथा नहीं है दहेज प्रथा भारत में सदियों से चला आ रहा है दहेज प्रथा के कारण हर साल भारतीय पुलिस में 9000 से ज्यादा रिपोर्ट थाने में दर्ज होती है दहेज की खातिर लड़कियों पर घरेलू हिंसा भी की जाती है उनके साथ मारपीट किया जाता है
दहेज प्रथा का अवधारणा
दहेज प्रथा का यह अवधारणा बेटियों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने में मदद के रूप में शुरू हुई थी विवाह के बाद नए स्थान पर नए तरीके से अपना जीवन शुरु करती है लेकिन आज के जमाने में यह प्रथा भारत में लड़कियों के लिए एक बोझ बन गई है लड़कियां अपने मां बाप के घर में बोझ बन गई हैं आज दहेज प्रथा एक कारोबार जैसा हो गया है लड़के की बोली लगाई जाती है अगर आपकी लड़की अच्छी है पढ़ी लिखी है लेकिन आपके पास दहेज नहीं है तो आप अच्छे घर में शादी नहीं कर सकते क्योंकि आपके पास दहेज नहीं है लेकिन ऐसा क्यों है क्या गरीब की लड़की को अच्छे घर में जाने का हक नहीं है आज हमारे भारतीय समाज इस बात को क्यों नहीं सोच रही है
दहेज प्रथा को रोकने का उपाय
हमारे समाज में दहेज प्रथा को कैसे रोका जाए यह भी चिंता का विषय है हर रोज लड़कियां अखबार की सुर्खियां बन रही है दहेज के कारण लेकिन वर पक्ष इस बात को समझने के लिए तैयार नहीं है आखिर लड़कियां कब तक दहेज के लिए फांसी पर चढ़ाई जाएगी दहेज प्रथा भारतीय समाज में नासूर बनती जा रही है दहेज प्रथा को रोकने के लिए इसमें युवाओं को ही आगे आना होगा क्योंकि समाज में किसी भी परिवर्तन को अगर लाना हो तो युवा जब तक बढ़ चढ़कर हिस्सा नहीं लेंगे तो उसमें परिवर्तन नहीं आ सकता हैदहेज प्रथा को रोकने के लिए लड़कियों को पढ़ाएं सशक्त बनाए और लव मैरिज को बढ़ावा दें भारत में दहेज प्रथा को रोकने का एकमात्र जरिया लव मैरिज है
दहेज प्रथा को रोकने के लिए युवा आगे आएं क्योंकि किसी भी समाज में क्रांति युवा ही लाते हैं
लव मैरिज को बढ़ावा दें
लड़कियों को पढ़ाएं और सशक्त बनाए
दहेज प्रथा को रोकने के लिए लड़कियां और लड़कों दोनों को आगे आना पड़ेगा क्योंकि समाज की सभी कुरीति में दोनों बराबर की हिस्सेदार होते हैं
दहेज प्रथा को रोकने के लिए सरकार भी कड़ा कानून बनाएं