नमस्कार
मेरे प्यारे हिंदुस्तान के निवासी आज हम बात करने वाले हैं धार्मिक मंदिरों में से
एक महाकाल की नगरी उज्जैन के काल भैरव मंदिर के बारे में तो दोस्तों आपको बता दिया
जाए कि इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि क्या बे काल भैरव भगवान साक्षात रूप में खुद
मदिरा पान करते हैं कहा जाता है कि मंदिर में जैसे ही शराब से भरे प्याले काल भैरव
की मूर्ति के मुंह से लगाते हैं तो देखते ही देखते शराब के प्याले खाली हो जाते हैं।
ऐसा कौन सा मंदिर है जहां
साक्षात रुप में भगवान खुद मदिरापान करते है
जी
हां दोस्तों हमारे हिंदुस्तान में कैसा मंदिर में स्थित है जहां भगवान को साक्षात रुप
में मदिरापान करते हैं और यह मंदिर काल भैरव मंदिर नाम से जाना जाता है सबसे बड़ी विशेषता
यह है कि क्या बे काल भैरव भगवान साक्षात रूप में खुद मदिरा पान करते हैं कहा जाता
है कि मंदिर में जैसे ही शराब से भरे प्याले काल भैरव की मूर्ति के मुंह से लगाते हैं
तो देखते ही देखते शराब के प्याले खाली हो जाते हैं।
दोस्तों
आज हम बात करेंगे एक ऐसे मंदिर के बारे में जहां स्थापित एक मूर्ति पूरी की पूरी शराब
पी जाती है जी हां दोस्तों यह मंदिर कहीं और नहीं बल्कि हमारे हिंदुस्तान के उज्जैन मध्य प्रदेश में स्थित है इस मंदिर के बारे में ऐसा भी
कहा जाता है कि भगवान कालभैरव यहां खुद साक्षात रूप में मदिरा पान करते हैं यहां पर
बहुत से वैज्ञानिक आए और चले गए लेकिन इस बात का रहस्य आज तक नहीं खुला कि कि मंदिर
में स्थापित मूर्ति में जो शराब पीती है वह आखिरकार जाती कहां है