शनि देव की क्रूर दृष्टि से बचने के उपाय
नमस्कार दोस्तो, स्वागत है आपका हमारी वेबसाईट में. आज इस लेख में हम बात करेंगे शनि देव की क्रूर दृष्टि से बचने के उपाय के बारे में ।
मित्रों शनि का प्रकोप छाने पर जातक का जीवन बर्बादी की कगार पर खडा हो जाता है । शनिदेवता अच्छे लोगों से प्रेम करते है और बुरे लोगों से घृणा करते है । इसीलिए जब शनिदेव की क्रुर दृष्टि जिस किसी व्यक्ति पर पड़ती है तो वह व्यक्ति पूरी तरह से बर्बाद हो जाता है । किंतु, ऐसा नहीं है कि आप शनि देव की क्रुर दृष्टि से बच ही नहीं सकते । हम आज इस लेख में आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे है जिनके कारण आप शनि देव की कृपा से बच सकते है ।
दोस्तो अक्सर यह देखा गया है कि जिन लोगों पर शनिदेव की दृष्टि होती है उन पर भूत प्रेत की बाधा होता है । दोस्तो हमसे हजारों की मात्रा में वातावरण में भूत प्रेत मौजुद है लेकिन कुछ लोग उनसे बचे रहते हैं और कुछ लोग उनसे प्रभावित रहते है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब शनि का प्रभाव जातक पर होता है तो शरीर के रक्षात्मक ऊर्जा को कम कर देता है । जिससे व्यक्ति को भूत प्रेत द्वारा पीड़ित होना पड़ता हैं । लेकीन चिंता की कोई बात नही क्योंकी ऐसा नहीं है कि इस समस्यासे छुटकारा पाना संभव नही है , हम बड़ी आसानी से इससे छुटकारा पा सकता है।
1. मांस मदिरा का सेवन करने से बचे
याद रहे की हमे शनिवार के दिन मांस मदिरा का सेवन नहीं करने से बचना चाहिए । शनिवार के दिन इन दोनो चीजो के उपभोग से शनिदेव नाराज हो जाते है जिससे आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
2. लोहे का सामान न खरीदे
शनिवार के दिन लोहे के सामान की खरीदारी भी नहीं करनी चाहिए क्योंकी ऐसा करने से शनिदेव नाराज होते है और आपके जीवन में परेशानी आ जाती है।
3. सरसों का तेल खरीदने से बचे
शनिवार के दिन सरसों का तेल भी नहीं खरीदना चाहिए क्योंकी ऐसा करने से भी आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
4. नमक न खरीदने से बचे
शनिवार के दिन नमक भी नहीं खरीदना चाहिए क्योंकि शनिवार को नमक खरीदने से घर में कर्ज की वृद्धि होती है।
5. मसूर की दाल और शनि का शत्रुवत संबंध
हमे शनिवार के दिन मसूर की दाल की खरीदारी भी नही करनी उसे चाहिए और न ही खाना चाहिए क्योंकि इसे मंगल और सूर्य से जोड़ा गया है और इनसे शनि का शत्रुवत संबंध है ऐसा करने से शनिदेवता अपना उग्र स्वरूप धारण कर लेते है।
6. आंखो वाली शनिदेव की मूर्ति
दोस्तो कभी भी शनि देव की ऐसी मूर्ति को देखना नही चहिए न जिसमें भगवान शनि की आंखें दिखाई देती है।
7. हरे पेड़ और गर्भपात
हरे भरे पेड़ों और पौधों को काटने से बचे और गर्भपात तो बिलकुल ही न करवाएं।
शनिदेव से बचने हेतु क्या करें :
1. रोज सुबह प्रात काल में स्नान के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा इस लिये क्योंकी हररोज हनुमान चालीसा का पाठ करने का नियम बनाने वाले व्यक्ति के जीवन में कभी भी शनिदेव का प्रकोप नहीं होता है। साथ ही ज्योतिषों के अनुसार भी शनिदेव के प्रकोप से बचने का यह सबसे सरल और प्रभावशाली उपाय है।
2. शनिदेव की क्रूर द्रष्टी से शुक्रवार की रात को काला चना पानी में भिगो दें और शनिवार के दिन भीगा काला चना, जला हुआ कोयला, हल्दी और लोहे का एक टुकड़ा लेकर उसे काले कपड़े में इसे बांध कर पोटली बना दें । फिर उस पोटली को जिस तालाब में मछलियां हो वहां डाल दे। याद रहे की आपको यह उपाय हर शनिवार को करना होगा, धीरे धीरे शनि का प्रभाव भीकम होगा और उनकी कृपा भी आप पर बनेगी।
3. शनिदेव कि क्रुर दृष्टि से छुटकारा पाने के लिये शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के चारो ओर सात बार कच्चा सूत लपेटें ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न भी होते हैं।
4. इसके साथ ही सबसे प्रभावशाली उपाय यह है की शनिवार को शनिदेव कि पूजा अवश्य करें। शनि के बीज मंत्र का आपको एक माला जाप करना चाहिए (यह जाप आप एक से अधिक बार भी कर सकते हैं) शनि बीज मंत्र कुछ इस प्रकार है : ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः। इसके अलावा आप शनिवार को शनि चालीसा भी पढ़ सकते है और अपने घर में शनि यज्ञ भी करवा सकते हैं ।
5. एक जरुरी बात यह है की सिद्ध नीलम की अंगूठी दाएं हाथ के मध्यम उंगली में पहनने से भी शनि के प्रकोप से बचा जा सकता है क्योंकि यह शनि का रत्न है इसीलिए यह शनि के बुरे प्रभावों को कम कर देता है।
6. शनिवार को लाल कपडे पहनकर हनुमान जी के सामने जाने से भी आपको शनी देवता के गुस्से से राहत मिलेगी।
7. जातक को चाहिये की शनी देव की कु द्रुष्टी से बचने के लिये हर रोज पश्चिम दिशा की और दीपक को जलाकर शनिदेव के मंत्र का जाप करें।
8. परिवार ओर आसपास के छोटे लोगों और अपने सहायकों से प्यार से ही बात करें ।
9. शनी देव के गुस्से से बचने के लिये नीले रंग की चीजों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें ।
11. जातक को चाहिए की वे घोड़े की नाल का छल्ला शनिवार के दिन अपने मध्यम उंगली में धारण करें इससे भी शनीके प्रकोप से बचा जाएगा।
12. जातक को हर रोज प्रातकाल के पहले पीपल की पूजा करनी चाहिए इससे शनिदेव खुश होते है । साथ ही पीपल के पेड़ पर तेल में लोहे की कील डालकर भी चढ़ाना चाहिए।
13. शनी देव के प्रकोप से बचने का एक असर कारक उपाय यह भी है की आपको सोमवार से शनिवार तक( रविवार को छोड़कर )लगातार 43 दिन तक शनिदेव की मूर्ति पर तेल चढ़ाना चहिए क्योंकी ऐसा करने से आपको शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
14. जातक को चाहिए की वे शनिवार को उपवास और दान अवश्य करें और साथ ही शनिवार को काली गाय को उड़द तेल या तिल खिलाने से भी शनिदेव जातक से प्रसन्न होते है।
15. पीपल के पेड़ पर जलाभिषेक करने से और उसकी परिक्रमा करने से भी जातक को शनिदेव का आशीर्वाद मिलता है।
16. हर रोज सुबह और शाम को पूजा करते समय महामृत्युंजय मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप भी जरूर ही करें क्योंकी इससे शनि के दुष्प्रभावों से जातक को छुटकारा मिल जाता है।
17. शनी के प्रकोप से बचने के लिये जातक को चाहिए की वे दिन के दोनों समय काले नमक और काली मिर्च का प्रयोग करें।
18. रुठे हुए शनीदेव को मनाने के लिये घर में अंधेरा हो वहां पर एक कटोरी में सरसों का तेल डालकर ताबें का सिक्का डुबों कर रखें।
दोस्तो शनीदेवता की नाराजगी से बचने के यह कुछ प्रभावी उपाय है जिनका पालन करने से आप शनि के प्रभाव से जरूर बच सकते है। दोस्तो अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने मित्रों में शेयर करे।